Nanda Gaura Yojana: उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य की बेटियों के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए शुरू की गई एक महत्वपूर्ण और कल्याणकारी योजना है। इस योजना के अंतर्गत नवजात बालिकाओं के जन्म पर उनके नाम से बैंक खाता खोला जाता है और सरकार द्वारा दो किश्तों में ₹11,000 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। पहली किश्त ₹5,000 जन्म के समय और दूसरी किश्त ₹6,000 बालिका के 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर दी जाती है।
यह योजना बालिकाओं की शिक्षा और आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ावा देती है। नंदा गौरा योजना के तहत लाभार्थियों को प्रथम एवं द्वितीय किश्त का लाभ देने के लिए आवेदन फॉर्म जारी किए हैं। यह योजना राज्य की महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। फॉर्म भरने की अंतिम तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी। अधिकारियों ने सभी पात्र महिलाओं से आवेदन करने का आग्रह किया है।
नंदा गौरा योजना क्या है?
नंदा गौरा योजना उत्तराखंड सरकार की एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के जन्म को प्रोत्साहित करना और उनके भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाना है। इस योजना के अंतर्गत बालिकाओं को दो चरणों में वित्तीय सहायता दी जाती है:
- प्रथम किश्त: बालिका के जन्म पर ₹5,000
- द्वितीय किश्त: बालिका के 18 वर्ष पूरे होने पर ₹6,000
इस प्रकार, कुल ₹11,000 की राशि बालिका के नाम से जमा की जाती है, जिसका उपयोग उसकी शिक्षा या अन्य जरूरतों के लिए किया जा सकता है।
Nanda Gaura Yojana Overview
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | नंदा गौरा योजना |
राज्य | उत्तराखंड |
लाभार्थी | राज्य में जन्मी बालिकाएं |
कुल वित्तीय सहायता | ₹11,000 (₹5,000 + ₹6,000) |
आवेदन प्रक्रिया | ऑफलाइन (संबंधित विभाग/जनसेवा केंद्र के माध्यम से) |
आधिकारिक वेबसाइट | उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट](https://uk.gov.in |
योजना का उद्देश्य
नंदा गौरा योजना का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के जन्म को बढ़ावा देना और उनके भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित करना है। इस योजना के माध्यम से सरकार बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करती है। इसके अलावा, यह योजना लिंगानुपात में सुधार लाने और बालिकाओं के प्रति समाज की सोच को बदलने में भी सहायक है। यह योजना गरीब और वंचित परिवारों की बेटियों को आर्थिक सहायता प्रदान करके उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का प्रयास करती है।
Nanda Gaura Yojana का लाभ
- बालिकाओं को जन्म से ही वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना।
- बालिकाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च करने के लिए आर्थिक सहायता।
- लिंगानुपात में सुधार और बालिकाओं के प्रति सामाजिक जागरूकता बढ़ाना।
- गरीब परिवारों की बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना।
Nanda Gaura Yojana की पात्रता
- आवेदक महिला उत्तराखंड की स्थायी निवासी होनी चाहिए।
- आवेदक महिला आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- परिवार की वार्षिक निर्धारित मानदंडों आय अंतर्गत 1.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- आवेदक के पास आधार कार्ड एवं बैंक खाता होना अनिवार्य है।
- बालिका के माता-पिता का आधार कार्ड और निवास प्रमाण पत्र होना आवश्यक है।
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) होना चाहिए।
Nanda Gaura Yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र (उत्तराखंड का)
- बैंक खाता विवरण (बालिका के नाम से)
- आय प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो)
- पासपोर्ट साइज फोटो
Nanda Gaura Yojana के लिए आवेदन कैसे करें?
नंदा गौरा योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया निम्नलिखित चरणों में पूरी की जा सकती है:
- आवेदन फॉर्म जिला महिला एवं बाल विकास विभाग या जनसेवा केंद्र से प्राप्त किया जा सकता है।
- फॉर्म में सभी आवश्यक जानकारी भरें और जरूरी दस्तावेज संलग्न करें।
- पूरा फॉर्म संबंधित विभाग या निर्धारित कार्यालय में जमा करें।
- विभाग द्वारा आवेदन की जांच की जाएगी और योग्य पाए जाने पर राशि जारी की जाएगी।
इस योजना में आवेदन करने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। अगर कोई व्यक्ति आवेदन शुल्क मांगता है, तो उसकी शिकायत अधिकारियों से की जा सकती है।
Nanda Gaura Yojana आवेदन की स्थिति जांचें
आवेदन जमा करने के बाद, लाभार्थी अपने आवेदन की स्थिति ऑनलाइन चेक कर सकती हैं। इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन संख्या डालनी होगी।
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